मगरमच्छ से जुड़े रोचक तथ्य - Crocodile
मगरमच्छ से जुड़े रोचक तथ्य
1.मगरमच्छ
(Crocodile) और घडियाल अपना अधिकतर समय पानी में गुजारते है पर वे उभयचर
नही है ! वे रेंगने वाले प्राणी है ! ये नदियों में रहते है और एक अपवाद
के सिवाय कभी समुद्र में नही जाते | यह अपवाद खारे पानी का मगर है जो भारत ,
मलाया और पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के किनारों पर मिलता है ! इस प्रकृति का
मगरमच्छ लम्बाई में 20 फीट से ज्यादा होता है और नर भक्षी होता है !
2.मगरमच्छ (Crocodile) का भोजन मछली और अन्य जलचर जीव है | जमीन पर यह पशुओं और मनुष्यों को भी अगर पकड़ पाते है तो खा जाते है !
3.मादा सफेद अंडे देती है | ये अपने अंडे बालू में गाड़ लेते है और उनकी रक्षा करती है !
4.मगरमच्छ
(Crocodile) की खाल मजबूत होती है ! रंग कुछ भूरापन लिए होता है ! पूंछ
में छोटे छोटे काँटे होते है | इनकी लम्बाई 10 फीट तक होती है |
मगरमच्छ
की दुम लम्बी ,चपटी और मजबूत होती है ! इसकी दुम में बड़ी ताकत होती है !
दुम को इधर-उधर चलाकर पानी में आगे की ओर तेजी से बढ़ते है ! दुम ही इनका
अस्त्र है जिसमे लपेटकर किनारे पर के जीवो को पानी में घसीट लेते है ! इसके
थूथन की हड्डी मजबूत होती है !
5.मगरमच्छ का शरीर मोटी खाल से ढका रहता है ! सिर बड़ा और चपटा रहता है जिसमे से बड़े मजबूत और तेज दांतों की पंक्ति होती है !
6.मगरमच्छ
के जबड़े की पकड़ से किसी भी जीव का निकलना सम्भव नही | इसके गले में एक
प्रकार का परदा सा रहता है जो मुँह खोलने पर बंद हो जाता है और भीतर पानी
नही जा पाता |
7.मगरमच्छ (Crocodile) का गला घडियाल की तरह संकरा न होकर काफी चौड़ा होता है जिससे यह छोटे-मोटे जानवरों को समूचा निगल सकता है !
8.अंगुलियाँ आधी दूर तक एक प्रकार की झिल्ली से जुटी रहती है ! बाहरी अंगूठा लगभग पूरा जुटा रहता है !
9.नथुने
और आँखे उपर की ओर उभरी रहती है जिससे यह अपने शरीर को पानी में रखकर
इन्हें पानी के उपर निकाले रहता है ! इन आँखों में एक प्रकार का परदा सा
रहता है जिसे यह पानी में भीतर जाते ही चढ़ा लेता है | यह मैले हरे या
जैतूनी रंग का होने के कारण पानी में छिप सा जाता है ! दूर से यह लकड़ी जैसा
लगता है !
10.जंगल के
जलाशयों में ये रात को पानी से बाहर निकलकर सूखे में मीलो तक चक्कर लगा आते
है और छोटे जीवो को पकडकर चट कर जाते है ! यह किसी जलाशय के किनारे सूखे
में धुप सेंका करते है ! जरा सी आहट पाते ही तुरंत पानी के भीतर चले जाते
है !
11.पानी के भीतर भी
रहकर सांस लेने के लिए थोड़ी थोड़ी देर में सतह पर आना पड़ता है लेकिन जरूरत
पड़ने पर पांच-छ: घंटे तक पानी के भीतर रह सकते है !
12.मगरमच्छ के निचली खाल बहुत मोटी और मजबूत होती है ! इस खाल के लिए इसका बहुत शिकार किया जाता है "
13.अधिकतर
समय मगरमच्छ सूर्य की ओर पीठ किये अपना खाना पचाते हुए कीचड़ में पड़े रहते
है ! आवश्यकता होने पर तेजी से पानी में सरक जाते है !
14.मगरमच्छ
की 13 प्रजातियाँ मिलती है सबसे ज्यादा नील क्रोकोडाइल अफ्रीका के
दक्षिणी सहारा मेडागास्कर में पाया जाता है | किसी समय मगर 10 मीटर तक
लम्बा होता था ! अब यह 6 मीटर लम्बाई में पाया जाता है !
15.पश्चिमी
और मध्य अफ्रीका में 13 फीट लम्बा स्नाऊटेड क्रोकोडाइल पाया जाता है एशिया
में 13 फीट लम्बा मगरमच्छ या स्वाम्प क्रोकोडाइल मिलता है
16.ऐस्तुराइन
क्रोकोडाइल श्रीलंका और फिजी द्वीपों ,उत्तरी ऑस्ट्रलिया में मिलता है !
यह 10 मीटर लम्बा मगर नदियों और लवणीय जलो के मुहानों पर मिलता है |खुले
समुद्रो में यह मीलो तक दूर तक तैरता है
17.न्यू
वर्ल्ड में भी मगरमच्छ पाए जाते है ! उत्तरी प्रजाति हल्का जैतूनी मगर
Sharped Nose होता है | यह फ्लोरिडा के दक्षिण में , पेनिजुएला , क्यूबा के
द्वीपों , जमैका ,मेक्सिको ,मध्य अमेरिका के दक्षिणी भागो से वेनेजुएला ,
कोलम्बिया ,इक्वाडोर और उत्तरी पेरू में पाया जाता है ! यह प्रजाति 3.5
मीटर लम्बाई में होती है
18.BullBrowse
Crocodile ब्रिटिश हांदुरा और ग्वाटेमाला में पाया जाता है | यह 2.5 मीटर
लम्बाई में होता है ! दक्षिणी अमेरिका में औरिनाको नदी में ओरीनाको
क्रोकोडाइल मिलता है ! यह 15 फीट लम्बा होता है
19.मगरमच्छ की उम्र जंगलो में 50 से 60 वर्ष होती है लेकिन संरक्षित किये गये मगर 80 वर्ष से भी अधिक जीवित रह सकते है
20.99
प्रतिशत मगरमच्छ के बच्चो को अन्य जीवो जैसे बड़ी मछलियों , लकड़बग्घो और
अन्य सरीसृपो द्वारा खा लिया जाता है इसलिए इनकी आबादी कम है अन्यथा इनकी
संख्या पानी में काफी अधिक होती...है.
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